राशन नियमों में बड़ा बदलाव 2023 समय-समय पर सरकार राशन कार्ड के नियमों में बदलाव करती है। आज राशन कार्ड धारकों के लिए राशन का कोई शुल्क नहीं है। राशन कार्ड धारकों के लिए केवाईसी भी शुरू हो गया है। जिनका नाम राशन कार्ड से जुड़ा हुआ है उन्हें नजदीकी राशन की दुकान पर जाकर आधार के साथ अपना केवाईसी करवाना होगा।
बिना केवाईसी धारकों को कोई राशन नहीं दिया जाएगा। राशन कार्ड धारकों को केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा कई प्रकार की सुविधाएं प्रदान की जाती हैं। लाभार्थियों को राज्य सरकार द्वारा अनुदान दिया जाएगा। इससे पहले हमारी सरकार ने 20 लाख राशन कार्डधारियों को 13 किलो आटा देने का फैसला किया था। राशन कार्ड धारकों को पहले 12।5 किलो आटा मिलता था।
राशन नियमों में बड़ा बदलाव 2023
केंद्र सरकार द्वारा उसी समय राशन नियमों में एक बड़ा बदलाव किया गया था। नतीजतन, इस नियम से सभी राशन धारकों को लाभ होगा। सरकार पोर्टेबल राशन कार्ड भी पेश करेगी। इसके चलते कई राज्यों में इसे लागू किया गया है। इसे एक योजना के तहत पूरे देश में लागू किया जाएगा।
पोर्टेबल राशन कार्ड लागू होने के बाद लाभार्थी देश के किसी भी कोने में राशन ले सकेंगे। इसके लिए अलग से कार्ड बनाने की जरूरत नहीं होगी। लाभार्थी अपने पुराने राशन कार्ड के साथ भी इस सुविधा का उपयोग कर सकेंगे।
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गरीब कल्याण योजना
इससे पहले केंद्र सरकार दिसंबर तक मुफ्त राशन देगी। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के अनुसार पात्र हितग्राही राशन कोटे की दुकानों से माह में दो बार राशन प्राप्त कर सकते हैं। एक निश्चित मूल्य का राशन एक बार बांटा जाता है। गरीब कल्याण योजना के तहत लाभार्थियों को दूसरी बार मुफ्त राशन मिलेगा।
पीएम गरीब कल्याण योजना के तहत अनुपात सुविधा दी जा रही है। कई राज्य गेहूं और चावल के अलावा तेल, नमक और चीनी भी प्राप्त करते हैं। इसके अलावा आंध्र प्रदेश सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है।
जिसके तहत नागरिक आपूर्ति विभाग ने दिसंबर से बीपीएल कार्डधारियों के राशन में चीनी और मसूर को शामिल करने का निर्णय लिया है। यह फैसला क्रिसमस और संक्रांति पर लिया गया है।
Ration Card Standards: राशन कार्ड लेने वालों के लिए अच्छी खबर है। खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण विभाग द्वारा राशन कार्ड के नियमों में बदलाव किया जा रहा है।
विभाग के मुताबिक सरकारी राशन दुकानों से राशन लेने वाले पात्र लोगों के लिए नए मानक का प्रारूप लगभग तैयार हो चुका है। इस मसले पर कई बार राज्य सरकारों से भी राय ली गई है। क्या आप हमें बता सकते हैं कि नया प्रावधान क्या होगा?
80 करोड़ लोगों को राशन सस्ता मिल रहा है
नए मानक तय करने के लिए राज्य सरकारें भी मिल चुकी हैं। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (एनएफएसए) से देश भर में लगभग 80 करोड़ लोगों को लाभ मिलता है। मुफ्त राशन और सस्ते राशन की सुविधा का भी कई आर्थिक रूप से समृद्ध लोग उपयोग कर रहे हैं।